उमर अब्दुल्लाह पर बीजेपी के ट्वीट से हंगामा
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्लाह को लेकर तमिलनाडु बीजेपी का एक ट्वीट सोशल मीडिया पर निशाना बन रहा है.
तमिलनाडु बीजेपी के हैंडल से ट्वीट किया गया, "उमर अब्दुल्लाह जी, आपको इस तरह देखकर बेहद निराशा हो रही है, आपके बहुत सारे भ्रष्ट दोस्त बाहर जीवन का मज़ा ले रहे हैं. कृपया हमारा ये गिफ्ट स्वीकार करें, किसी मदद के लिए आप अपने सहयोगी कांग्रेस से संपर्क कर सकते हैं."
इसके साथ ही ट्वीट में अमेज़न पर ऑनलाइन रेज़र ख़रीदने और उनके श्रीनगर के पते पर भेजने का स्क्रीनशॉट अटैच किया गया है. हालाँकि कुछ देर बाद इस ट्वीट को डिलीट कर दिया गया.
इससे पहले, भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी उमर अब्दुल्लाह पर निशाना साधा था. हाल ही में उमर अब्दुल्लाह की एक तस्वीर चर्चित हुई है जिसमें उनकी बढ़ी हुई दाढ़ी दिख रही है. इस तस्वीर पर तंज़ करते हुए गिरिराज ने ट्वीट किया- कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाया था... उस्तरा नहीं.
कश्मीर घाटी में पिछले दिनों 2जी इंटरनेट सेवा शुरू होने के बाद उमर अब्दुल्लाह की बढ़ी हुई दाढ़ी की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए लिखा था, "इस तस्वीर में मैं उमर को पहचान नहीं सकी. मुझे बुरा लग रहा है. यह हमारे लोकतांत्रिक देश में हो रहा है. यह कब ख़त्म होगा?"
दरअसल, कांग्रेस ने 26 जनवरी को एक ट्वीट किया था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संविधान की प्रति अमेज़न से भेजने के बारे में लिखा गया था. ट्वीट में लिखा गया था, "संविधान आपके पास जल्द पहुँच रहा है, जब आपको देश को बाँटने से फ़ुरसत मिल जाए, तो इसे पढ़ लीजिएगा."
मोदी सरकार ने पिछले साल पाँच अगस्त को जम्मू-कश्मीर का अनुच्छेद 370 का विशेष राज्य का दर्जा ख़त्म कर दिया था. इसके साथ ही सूबे में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई थी और उमर अब्दुल्लाह समेत राज्य के कई प्रमुख नेताओं को हिरासत में ले लिया गया था.
पत्रकार सुहासिनी हैदर ने ट्वीट किया, "सत्तारूढ़ पार्टी का शर्मनाक ट्वीट. हैरानी की बात ये है कि 370 हटाने से ठीक पहले पीएम मोदी ख़ुद उमर और फ़ारूक़ अब्दुल्लाह से मिले थे."
शिव सेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा था, " ये कितना दुखद है कि हम जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्लाह की मुस्कुराती तस्वीर को देखकर ख़ुशी महसूस कर रहे हैं. सही मायने में ख़ुशी का लम्हा वो होगा जब वो और अन्य सक्रिय हों, नज़रबंदी न हो, हम उनके ट्वीट पढ़ें, तब तक यही तस्वीर उम्मीद है."
तमिलनाडु बीजेपी के हैंडल से ट्वीट किया गया, "उमर अब्दुल्लाह जी, आपको इस तरह देखकर बेहद निराशा हो रही है, आपके बहुत सारे भ्रष्ट दोस्त बाहर जीवन का मज़ा ले रहे हैं. कृपया हमारा ये गिफ्ट स्वीकार करें, किसी मदद के लिए आप अपने सहयोगी कांग्रेस से संपर्क कर सकते हैं."
इसके साथ ही ट्वीट में अमेज़न पर ऑनलाइन रेज़र ख़रीदने और उनके श्रीनगर के पते पर भेजने का स्क्रीनशॉट अटैच किया गया है. हालाँकि कुछ देर बाद इस ट्वीट को डिलीट कर दिया गया.
इससे पहले, भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी उमर अब्दुल्लाह पर निशाना साधा था. हाल ही में उमर अब्दुल्लाह की एक तस्वीर चर्चित हुई है जिसमें उनकी बढ़ी हुई दाढ़ी दिख रही है. इस तस्वीर पर तंज़ करते हुए गिरिराज ने ट्वीट किया- कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाया था... उस्तरा नहीं.
कश्मीर घाटी में पिछले दिनों 2जी इंटरनेट सेवा शुरू होने के बाद उमर अब्दुल्लाह की बढ़ी हुई दाढ़ी की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए लिखा था, "इस तस्वीर में मैं उमर को पहचान नहीं सकी. मुझे बुरा लग रहा है. यह हमारे लोकतांत्रिक देश में हो रहा है. यह कब ख़त्म होगा?"
दरअसल, कांग्रेस ने 26 जनवरी को एक ट्वीट किया था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संविधान की प्रति अमेज़न से भेजने के बारे में लिखा गया था. ट्वीट में लिखा गया था, "संविधान आपके पास जल्द पहुँच रहा है, जब आपको देश को बाँटने से फ़ुरसत मिल जाए, तो इसे पढ़ लीजिएगा."
मोदी सरकार ने पिछले साल पाँच अगस्त को जम्मू-कश्मीर का अनुच्छेद 370 का विशेष राज्य का दर्जा ख़त्म कर दिया था. इसके साथ ही सूबे में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई थी और उमर अब्दुल्लाह समेत राज्य के कई प्रमुख नेताओं को हिरासत में ले लिया गया था.
पत्रकार सुहासिनी हैदर ने ट्वीट किया, "सत्तारूढ़ पार्टी का शर्मनाक ट्वीट. हैरानी की बात ये है कि 370 हटाने से ठीक पहले पीएम मोदी ख़ुद उमर और फ़ारूक़ अब्दुल्लाह से मिले थे."
शिव सेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा था, " ये कितना दुखद है कि हम जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्लाह की मुस्कुराती तस्वीर को देखकर ख़ुशी महसूस कर रहे हैं. सही मायने में ख़ुशी का लम्हा वो होगा जब वो और अन्य सक्रिय हों, नज़रबंदी न हो, हम उनके ट्वीट पढ़ें, तब तक यही तस्वीर उम्मीद है."
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