सीबीएसई में कक्षा 9वीं 11वीं के पंजीयन 12 तक, अब आधार नंबर जरूरी नहीं
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) से मान्यता प्राप्त स्कूल अब बिना लेट फीस के साथ पंजीकरण करा सकते हैं। बता दें कि सीबीएसई ने कक्षा 9वीं और 11वीं के पंजीकरण के लिए अंतिम तारीख आगे बढ़ा दी है। बोर्ड ने यह फैसला तितली चक्रवात और दशहरा पड़ने की वजह से लिया है। क्योंकि छुटि्टयों की वजह से छात्रों का पंजीयन नहीं हो पाया।
अब वे आसानी से पंजीयन करा पाएंगे। हाल ही में सीबीएसई ने यह नोटिफिकेशन वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। इसके हिसाब से सभी स्कूलों को निर्धारित शेड्यूल के अंदर पंजीयन प्रक्रिया पूरी करनी होगी। अब बगैर लेट फीस के पंजीयन कराने की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर कर दी गई है, जो कि पहले 22 अक्टूबर थी। अगर कोई स्कूल तय समय सीमा के अंदर पंजीयन से चूक जाता है तो 12 नवंबर तक एक हजार रुपए लेट फीस के साथ खुद का पंजीयन करा सकता है। इसके अलावा 28 नवंबर तक भी 5 हजार रुपए फीस का भुगतान कर पंजीयन कराए जा सकते हैं।
पहचान पत्र देना होगा : पंजीयन की ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 1 अक्टूबर से शुरू हुई थी। पहले इसकी आखिरी तारीख 22 अक्टूबर तक थी, जो अब बढ़कर 30 अक्टूबर हो गई है। ऑनलाइन पंजीकरण के लिए आधार नंबर जरूरी नहीं है। जिन छात्रों के पास आधार नंबर नहीं हैं, वे कोई और पहचान नंबर लिख सकते हैं। वह पासपोर्ट नंबर, राशन कार्ड नंबर, बैंक खाता या कोई अन्य वैध सरकारी प्रमाण का नंबर डाल सकते हैं। विदेशी छात्रों के मामले में पासपोर्ट नंबर देना होगा। यदि पासपोर्ट नंबर उपलब्ध नहीं है, तो संबंधित देश द्वारा जारी सामाजिक सुरक्षा संख्या/आईडी नंबर का उल्लेख करना होगा।
न दर्द जानती है और न मौत का डर। मां तो सिर्फ बच्चे की मुस्कान चाहती है। यह बात झारखंड के मेदिनीनगर में हुई घटना में साबित होती है। मेदिनीनगर के रेड़मा ओवरब्रिज के पास मंगलवार को कौड़िया गांव की सुचिता अपने 5 महीने के बच्चे को गोद में लिए ट्रैक पार कर रही थी, तभी मालगाड़ी आ गई। बच्चे को लिए सुचिता पटरी के बीचों बीच लेट गई।
बच्चा बच गया, मगर उसके दोनों पैर कट गए। हादसे के बाद बेहोशी में भी सुचिता का हाथ बच्चे को ही ढूंढ़ता रहा। सुचिता की स्थिति नाजुक है। बच्चे को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। सुचिता के पति की फरवरी में मौत हो गई थी।
अब वे आसानी से पंजीयन करा पाएंगे। हाल ही में सीबीएसई ने यह नोटिफिकेशन वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। इसके हिसाब से सभी स्कूलों को निर्धारित शेड्यूल के अंदर पंजीयन प्रक्रिया पूरी करनी होगी। अब बगैर लेट फीस के पंजीयन कराने की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर कर दी गई है, जो कि पहले 22 अक्टूबर थी। अगर कोई स्कूल तय समय सीमा के अंदर पंजीयन से चूक जाता है तो 12 नवंबर तक एक हजार रुपए लेट फीस के साथ खुद का पंजीयन करा सकता है। इसके अलावा 28 नवंबर तक भी 5 हजार रुपए फीस का भुगतान कर पंजीयन कराए जा सकते हैं।
पहचान पत्र देना होगा : पंजीयन की ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 1 अक्टूबर से शुरू हुई थी। पहले इसकी आखिरी तारीख 22 अक्टूबर तक थी, जो अब बढ़कर 30 अक्टूबर हो गई है। ऑनलाइन पंजीकरण के लिए आधार नंबर जरूरी नहीं है। जिन छात्रों के पास आधार नंबर नहीं हैं, वे कोई और पहचान नंबर लिख सकते हैं। वह पासपोर्ट नंबर, राशन कार्ड नंबर, बैंक खाता या कोई अन्य वैध सरकारी प्रमाण का नंबर डाल सकते हैं। विदेशी छात्रों के मामले में पासपोर्ट नंबर देना होगा। यदि पासपोर्ट नंबर उपलब्ध नहीं है, तो संबंधित देश द्वारा जारी सामाजिक सुरक्षा संख्या/आईडी नंबर का उल्लेख करना होगा।
न दर्द जानती है और न मौत का डर। मां तो सिर्फ बच्चे की मुस्कान चाहती है। यह बात झारखंड के मेदिनीनगर में हुई घटना में साबित होती है। मेदिनीनगर के रेड़मा ओवरब्रिज के पास मंगलवार को कौड़िया गांव की सुचिता अपने 5 महीने के बच्चे को गोद में लिए ट्रैक पार कर रही थी, तभी मालगाड़ी आ गई। बच्चे को लिए सुचिता पटरी के बीचों बीच लेट गई।
बच्चा बच गया, मगर उसके दोनों पैर कट गए। हादसे के बाद बेहोशी में भी सुचिता का हाथ बच्चे को ही ढूंढ़ता रहा। सुचिता की स्थिति नाजुक है। बच्चे को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। सुचिता के पति की फरवरी में मौत हो गई थी।
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